तमाम हसरतें मेरी यूँही तमाम हो गयी, कुछ इस तरह इश्क़ में जिंदगी यूँ खाक हो गयी, आरजू थी अपना मक़ाम हासिल करने की, बेरहम वक़्त ने सारी मंजिले तमाम कर दी | ©Sonam kuril #Tamam