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खिड़कियां जब खोलती हूँ देखती हूँ बारिशें घर में

खिड़कियां जब खोलती हूँ  
देखती हूँ बारिशें 
घर में है हलचल मेरे और 
बाहर हैं बारिशें
डाल पर गुमसुम है मैना 
नाचती हैं बारिशें 
बीज होता है अंकुरित
सींचती हैं बारिशें
diptijoshi4404

Dipti Joshi

Silver Star
Growing Creator

खिड़कियां जब खोलती हूँ देखती हूँ बारिशें घर में है हलचल मेरे और बाहर हैं बारिशें डाल पर गुमसुम है मैना नाचती हैं बारिशें बीज होता है अंकुरित सींचती हैं बारिशें #Love #Hindi #rain #poem #kavita #barish #LOVEGUITAR

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