Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब भी ये मौसम आते हैं सावन और बसंत, कवि की कल्पना

जब भी ये मौसम आते हैं सावन और बसंत,
कवि की कल्पना का यौवन होता शिखर पर।
कवि के मन में कल्पनाओं का न होता अंत,
कविता स्वयं बनकर आती कवि के अधर पर।

©Amit Singhal "Aseemit"
  #कल्पना #का #यौवन