कितनी गहरी थी मोहब्बत किसी से गौर इस बात पर करो ना, कौन था वो शख्स इस बात में क्या रखा है। मेरा दर्द मेरी पीड मेरी आंखों से पढ़ो ना, जनाब दास्तां- ए-इश्क मुंह से बिया करने में क्या रखा है। प्यार के बदले प्यार ही मिले यह जरूरी तो ना है , खुश हैं वो अपनी दुनिया में यह भी तो कम थोड़ी ना है। वो मेरे चेहरे और मेरी शख्सियत से बाकब है, कौन हूं मैं और मेरा नाम क्या है इस बात में क्या रखा है। #gumnam #गुमनाम #रूहकीआवाज #truelove