इस मिट्टी के कण कण में है कुर्बानियों की महक,, कितनी शहादतें कितनी कुर्बानियाँ दी है इस माटी के लालों ने,, खून से लथपथ होली खेली है कितनी तपस्या करी इस माटी के लालों ने,, फिर कहीं जाके आँचल लहराया भारत माँ का तिरंगे के साथ में.. Challenge-102 #collabwithकोराकाग़ज़ 47 शब्दों में अपनी रचना लिखिए :) #कुर्बानियाँ #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️