वो बड़ी बड़ी आंखें.. जो लगता था कि दर्द में तो बहुत थीं, पर रोई नहीं थी.. कुछ सूजी सूजी सी दिखती थीं, शायद सोई नहीं थीं.. जो तुम्हारे भीतर झांक कर, तुम्हे किरदार कर देती थीं असर कुछ बहुत ज़ोरदार कर देती थीं.. वो आंखे जो बहुत लड़ीं, पर मुस्कुराती रहीं.. जिनको मां की याद आती रही.. अंततः वो चली गईं.. आंसू मां के आंचल से पोंछ लिए.. और सो गई हैं.. मां की गोद में सुकून भरी.. लंबी गहरी नींद.. #legendsalwayslives - YGORIGINALS #irrfankhan