एक रोज उनसे मुलाकात हो गई, मेरी आंख उनकी आखों मे खो गई। सामने जमाना था थोड़ा संभल गई, "लाज" दुनिया की आखों पर पर्दा कर गई। दिल की बात दिल में ही रह गई। अब किसी और के है वो, ये बात थोड़ा ज्यादा अखर गई। वो जज्बात जो मेरे मन में उमड़ते थे, उसे बेमन से दफन कर गई। वही लोग पूछते हैं परेशानी किस बात की है , क्या बात दिल में घर कर गई? क्यों तू इस कदर जिंदगी से मुकर गई? आज पछतावा है क्यों बात दिल की दिल में ही रह गई! क्यों मैं उनसे बिछड़ गई ? क्यों मैं उनसे बिछड़ गई? ©shreya upadhayaya #lostmylove RAVINANDAN Tiwari 🇮🇳always_smile11_15 Rahul Panwar vandna mishra h.m.a s Suman Zaniyan