White पीले रंग का घाघरा पहने , प्रकृति आज मुस्काई है देखो आज बसंत आई है माॅं शारदे ने छेड़ा है आज फिर कोई स्वर फिर वीणा की तारें गुनगुनाई हैं देखो आज बसंत आई है डाल पर बैठी कोयल गुनगुना रही राग बसंत उसके मीठे-मीठे स्वरों ने ताल बजाई है देखो बसंत आई हैं ©Harpinder Kaur बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं 💐