तुझसे कहा नहीं जाता पर पर कहे बीना रहा नहीं जाता। सुख गए आंखो के अंशु पर दिल के जख्म अभिभी ताजा है आके मरहम लगा जा अब ये दर्द शहा नहीं जाता। #गुज़ारिश