लोग इश्क करते हैं, कोई खेल नहीं, साफ सुथरा दिल सौंपते हैं अपना, कोई सौदा नहीं करते। वो कहते हैं, हम सिर्फ आपके हैं, पर उनकी बातों में वफ़ा कम समझौते ज्यादा दिखते हैं। खैर...लोग तो खुद को भी भुला दिया करते हैं, जिनके लिए, वो हमें खुश रखें ये जरूरी तो नहीं । अगर मोहब्बत सिर्फ मीठी मीठी बातों और झूठे झूठे वादों से की होती, तो शायद ज़ख्म की पीर इतनी गहरी न सहते... I'm happy 😊 ©Dear ma'am #philosophy