शायरों की मुकम्मल हुई गज़ल की वजह हैं तेरी आँखे, हम दिवानो की दिन रात की सज़ा हैं तेरी आँखे, इश्क़ की सिहाई का ज़रिया बनी हैं तेरी आँखे, मस्त बिंदास बढ़िया बहुत बढ़िया हैं तेरी आँखे, ©Azim Noor 4 lines for your eyes #khayaleazim #ghazal #nazm #Eyes #Nojoto