वो जो कहते हैं भटक गये हो तुम, कहना है उनसे, खोजें है नये रास्ते। ज़िद है चलने की और, स्वयम की तलाश है। जो हताश कर रहे हैं कहना उनसे, तुम बुझे दिऐ हो सकते हो, हम तो हैं जुगनू, अंधकार में चमकना ही हमारा अंदाज है। ----------आनन्द कुमार ©आनन्द कुमार #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi #चमकना