ख़्वाहिश बचपन के खिलोने सा छुपा लू मै तुम्हें बस ख़्वाहिश करू, पा लू मै तुम्हें #ख़्वाहिश कुछ इस तरह से अपने आरजू से डरने लगी मैं कि अपनी ख़्वाहिशों को ही गुनाह समझने लगी मैं.