रहने पे दूर अपनों से बड़ी कमी खलती है. जब तुम संग होते हो तभी तो महफ़िल जमती है.. फिर से हँसेंगे,मुस्कुरायेंगे और खिल-खिलायेंगे हम... जब इस-बार दशहरा तेरे संग मनाएंगे हम.... #दशहरा_और_तन्हाई