*खोल हृदय के द्वार रखना।* रातों में जब नींद न आए, धड़कन मन में शोर मचाए । प्रीति पिया की मन भरमाए अधरों में नवगीत जगाए ।। तरुणाई की इस वय में तुम, नित्य प्रेम मनुहार रखना । खोल हृदय के द्वार रखना ।। एक अपरिचित-सी आहट पर, तन हौले से काँप उठे जब । अंतर्मन का भाव परस हित, कोमलता से पाँव धरे तब ।। चुपके से हौले से तब तुम, घर से पग को पार रखना । खोल हृदय के द्वार रखना...।। मीत याद यह रहे सदा ही उर में प्रीति बनाए रखना । दुसह दुखों के क्षण आएँ पर हिय की रस्म निभाए रखना ।। सात जनम का सौदा है यह, दो पल का मत प्यार रखना । खोल हृदय के द्वार रखना...। ©purvarth #shaadi #खोल हृदय के द्वार रखना।