Nojoto: Largest Storytelling Platform

रकीब तक न बन पाया मैं किसी का, क्या ही बनूंगा किस

रकीब तक न बन पाया मैं किसी का,

क्या ही बनूंगा किसी का मेहबूब मैं।

कोई नही चाहने वाला, मुझे पता है,

यूं ही कहते रहते है सब,के हूं खूब मैं।

©Aayush Jha #traintrack #trend #follow_for_more #hindi_poetry #ghajal #Love
रकीब तक न बन पाया मैं किसी का,

क्या ही बनूंगा किसी का मेहबूब मैं।

कोई नही चाहने वाला, मुझे पता है,

यूं ही कहते रहते है सब,के हूं खूब मैं।

©Aayush Jha #traintrack #trend #follow_for_more #hindi_poetry #ghajal #Love