काश ऐसी हवा चले राजे दिल की पता चलें। ओढ़ कर ढोंग का चादर, करता दिखावा लोग यहाँ खुद की अंदर कोई नही झांकता औरों पर हंसा करें काश ऐसा दावा चलें काश ऐसा दवा चले।। बड़प्पन करे तो अपने है, सच्चाई कहने पर खता करें इंसानियत की अब मोल नहीं मोटे मोटे झूठ विका करें काश ऐसी हवा चलें राजे दिल की पता चलें।। ©Um€Sh Kum@r #writer #shyari #poytri