दर्द है दिल मे तो फिर महसूस होना चाहिए खुल के रातों में कभी तुमको भी रोना चाहिए हो चुकी है स्याह आंखे रातों में यूं जाग के धूप के छीटों से इनको रोज़ धोना चाहिए चाहे कोई रतजगा हो या कोई खातून हो दोनो की बस एक चाहत, उन को सोना चाहिए कौन बोझा ले के चलता है खुशी से गैर का हंस के अपने सारे गम को खुद ही ढोना चाहिए मैंने जो देखा नहीं उसकी भला क्यों ख्वाहिशें जन्नत-ए-अर्ज़ी नहीं ,शांत कोना चाहिए रोते रोते हंसने का सीख लो तुम अब हुनर और ज्यादा हो खुशी, थोड़ा तो रोना चाहिए मुल्क में मेरे है दाना जाने कितने हर तरफ़ एक शायर हर गली में अब तो होना चाहिए कल वाली ग़ज़ल के बाकी शेर जो जगह की कमी वजह से पोस्ट नही कर पाया था... रतजगा ****** रात को जागने वाला जन्नत-ए-अर्ज़ी***** धरती पर स्वर्ग जैसे जगह दाना****** बुद्धिमान, समझदार #yqdidi #bestyqhindiquotes #life #स्याहआँखें #विशालवैद #vishalvaid #दाना #नींद