*गंगा को धारण किया, करने जग कल्याण।* *गोमुख से तब सिंधु तक, गंगा करें प्रयाण।।* *गंगाजल अभिषेक से, शिव को करें प्रसन्न।* *दुख दारिद सारे मिटें, जगत बने संपन्न।।* *प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 30 जुलाई 2019* *गंगा को धारण किया, करने जग कल्याण।* *गोमुख से तब सिंधु तक, गंगा करें प्रयाण।।* *गंगाजल अभिषेक से, शिव को करें प्रसन्न।* *दुख दारिद सारे मिटें, जगत बने संपन्न।।* *प्रवीण त्रिपाठी, नोएडा, 30 जुलाई 2019*