कैसे कहूं अब बस तुम याद बन के रह गए कभी की थी जो खुदा से, फरियाद बन के रह गए तुम बिछड़ क्या गए , मेरी दुनिया ही उजड़ गई कि जैसे कोई ख्वाब बस ख्वाब बन के रह गए # तेरा बिछड़ना