Nojoto: Largest Storytelling Platform

ऐसे ही नज़रो के फेर को मोह्ब्बत मत समझा कर ऐ "Abdul

 ऐसे ही नज़रो के फेर को मोह्ब्बत मत समझा कर ऐ "Abdul" ज़रूरत-ज़दा हर शख्श की आँखे मोह्ब्बत-नुमा अक्सर ही हो जाया करती है✍🏻✍🏻✍🏻Mr.Abdul✍🏻✍🏻✍🏻
 ऐसे ही नज़रो के फेर को मोह्ब्बत मत समझा कर ऐ "Abdul" ज़रूरत-ज़दा हर शख्श की आँखे मोह्ब्बत-नुमा अक्सर ही हो जाया करती है✍🏻✍🏻✍🏻Mr.Abdul✍🏻✍🏻✍🏻

ऐसे ही नज़रो के फेर को मोह्ब्बत मत समझा कर ऐ "Abdul" ज़रूरत-ज़दा हर शख्श की आँखे मोह्ब्बत-नुमा अक्सर ही हो जाया करती है✍🏻✍🏻✍🏻Mr.Abdul✍🏻✍🏻✍🏻