।।पहली बारिश ।। ""आज मीठी सी पवन चली तन मन दिल को ले उड़ी बारिश की फुहार ऐसी जैसे मीठी मिश्री मन को रोक में भी खड़ी लगने दो और बारिश की झड़ी कदमों में हो रही गुदगुदी क्यों ये पवन ऐसी चली बन तितली में उड़ रही रंग बिरंगे परिंदो से जा मिली मिलकर यू खीली जैसे नई कली कब भोर से शाम हुई में तो पवन में ही खोई रहीं आज मीठी सी पवन चली तन मन दिल को ले उड़ी ।। कंचन यादव #Life #first train