किसी बेवफ़ा को भुलाने का मन है फिर चोट खाने को तरसता मन है चाहता है फिर जोरों से यह धडकना फिर दिल को दिल बनाने का मन है भूल जाना चाहता हूँ उसकी बेवफाई कोई और भी है जो उसके लिये जरुरी किसी और के दामन में देखा था उसको वो पल जिंदगी से मिटाने का मन है उसकी हर बात में किसी और का जिक्र है उसे हर बात में किसी और कि फिक्र है भुलाना है मुझे यार वो कितना कमीना था कमीनापन उसका सारा भुलाने का मन है ©Shilpa ek Shaayaraa मन अपना खुद दुश्मन है...... #Past #4Wrong1 #Naughty_November #शायरा_की_शायरी..✍🏻 #Pain_in_Pen #Broken_but_Beautiful #Shilpa_ek_Shaayaraa #ShilpaSalve358 ©PhotoCredit_NoJoTo