मत रोको मुझे आज जाने दो, चाहे जो भी हो मुझे अपना फर्ज निभाने दो, रुक गया तो फिर मैं नहीं जा पाऊँगा, यहाँ रह भी गया तो मैं क्या खाऊँगा, मकान मालिक ने हमे घर से निकाला, ना जेब में कौड़ी है ना पेट में निवाला, आज बचकर मुझे घर निकल जाने दो, अब ना रोको मुझे आज जाने दो। तेरे कारखाने के हम सभी मजदूर हैं, मजबूर तो जरुर पर नहीं मगरुर हैं, खून बहाया है तुम्हें अमीर बनाने को, अब ना रोको मुझे आज जाने दो। बहुत दूर है बसेरा मैं फिर भी जाऊँगा, कोई सवारी नहीं मैं पैदल ही जाऊँगा, चाहे पैर में छाले पड़ते हैं पड़ जाने दो, अब ना रोको मुझे आज जाने दो। गर बचा तो निश्चित घर पहुँच जाऊँगा, घर में चैन से पानी भात तो खाऊँगा, रो कर 'मधुकर' दो बूंद आँसू बहाने दो, अब ना रोको मुझे आज जाने दो। The Writer's Magnet आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। आपकी रचना 4 से 10 पंक्तियों तक ही होनी चाहिए। #writersmagnet #wmchallenge #wmroko #yqhindi #yqdidi #motivation ✍️ आपकी रचना व्यक्तिगत एवं मौलिक होनी चाहिए। ✍️ समय सीमा - रात्रि 9:00 तक ✍️ कृपया हमारे hashtags बरकरार रखें। ✍️ कृपया collab करने के पश्चात comment में Done करें।