तेरी यादों के लिबास में रूह मेरी सुकूँ से लबरेज प्रेम की एक बूँद है गम है,खुशी है,मिलन है, जुदाई है, अक्स है,परछाई है,ख्वाब है हकीकत है मैं हूँ तू है, और पल भर मे कुछ भी नहीं हैं अधिकतम है न्यून है कभी कुछ शून्य है तेरी यादं के लिबास में थोड़ा ही है, पर जो भी है पूर्ण है इश्क की एक बूँद है पारुल शर्मा तेरी यादों के लिबास में रूह मेरी सुकूँ से लबरेज प्रेम की एक बूँद है गम है,खुशी है,मिलन है,जुदाई है, अक्स है,परछाई है,ख्वाब है हकीकत है मैं हूँ तू है, और पल भर मे कुछ भी नहीं हैं अधिकतम है न्यून है कभी कुछ शून्य है तेरी यादों के लिबास में थोड़ा ही है, पर जो भी है पूर्ण है