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- भिखारी छंद - 24 मात्राएँ, 12-12 पर यति,अंत में 2

- भिखारी छंद -
24 मात्राएँ, 12-12 पर यति,अंत में 2,2
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भारत की संस्कृति है, जग में सबसे न्यारी।
है प्राचीन सभ्यता, सबसे श्रेष्ठ हमारी।।
किया रिलेशन लिव-इन, जिस दिन से कानूनी।
हुई बेहयाई भी, उस दिन से दिन दूनी।।
2-
लिव-इन के भारत में, आने लगे नतीजे।
पश्चिम के पिछलग्गू, और आप बन लीजे।।
लिव-इन की कुप्रथा ने, श्रद्धा की बलि ले ली।
मृत्यु पूर्व भी उसने,  खूब क्रूरता झेली।।
3-
मिटीं सभ्यताएँ सब, मिश्र रोम यूनानी।
किंतु हमारी हस्ती, सारे जग ने मानी।।
भारतीय संस्कृति को, रखना है यदि जिंदा।
तो करनी ही होगी, अब लिव-इन की निंदा।।
#हरिओम_श्रीवास्तव#

©Hariom Shrivastava #togetherforever
- भिखारी छंद -
24 मात्राएँ, 12-12 पर यति,अंत में 2,2
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भारत की संस्कृति है, जग में सबसे न्यारी।
है प्राचीन सभ्यता, सबसे श्रेष्ठ हमारी।।
किया रिलेशन लिव-इन, जिस दिन से कानूनी।
हुई बेहयाई भी, उस दिन से दिन दूनी।।
2-
लिव-इन के भारत में, आने लगे नतीजे।
पश्चिम के पिछलग्गू, और आप बन लीजे।।
लिव-इन की कुप्रथा ने, श्रद्धा की बलि ले ली।
मृत्यु पूर्व भी उसने,  खूब क्रूरता झेली।।
3-
मिटीं सभ्यताएँ सब, मिश्र रोम यूनानी।
किंतु हमारी हस्ती, सारे जग ने मानी।।
भारतीय संस्कृति को, रखना है यदि जिंदा।
तो करनी ही होगी, अब लिव-इन की निंदा।।
#हरिओम_श्रीवास्तव#

©Hariom Shrivastava #togetherforever