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'प्रेम' कहो या 'षड्यंत्र', शब्द एक ही रहने दो । य

'प्रेम' कहो या 'षड्यंत्र',
 शब्द एक ही रहने दो ।
युद्ध ना समझो, कुटिल ना कहो,
"सिर्फ़ अहसास" रूह में बहने दो ।।
जिसे तुम "प्रेम" समझ बैठे,
मुझे उसे 'फ्लर्टिंग' कहने दो ।।। #प्रेम  #षड्यंत्र
'प्रेम' कहो या 'षड्यंत्र',
 शब्द एक ही रहने दो ।
युद्ध ना समझो, कुटिल ना कहो,
"सिर्फ़ अहसास" रूह में बहने दो ।।
जिसे तुम "प्रेम" समझ बैठे,
मुझे उसे 'फ्लर्टिंग' कहने दो ।।। #प्रेम  #षड्यंत्र