क्या जानों तुम बिन कैसे जिया करता हूँ, रब से भी पहले तेरा नाम लिया करता हूँ, कोई भी पल नहीं जो मैंने याद नहीं किया, अपनी अश्कों को चुपचाप पिया करता हूँ। मुझको जब कभी भी मुझे ये संसार मिले, मुझे सिर्फ और सिर्फ तुम्हारा ही प्यार मिले, मेरे सर पर सदा तेरे ममता का आंचल रहे, दुश्मन को भी माँ तेरा प्यार बेशुमार मिले। तू रूठकर चली गई और मैं यहाँ तड़पता रहा, आज तक तेरे आने का इन्तेजार करता रहा The Writer's Magnet आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। आपकी रचना 4 से 10 पंकितयों तक ही होनी चाहिए। #writersmagnet #wmchallenge #wmintezar #motivation #yqhindi #yqdidi ✍️ आपकी रचना व्यक्तिगत एवं मौलिक होनी चाहिए। ✍️ समय सीमा - मध्यरात्रि 12 बजे तक ✍️ कृपया हमारे hashtags बरकरार रखें। ✍️ कृपया collab करने के पश्चात comment में Done करें।