अनूप होने की चाह उसे एक ऐसे मुकाम पे ले गयी जहाँ पे सभी अनूप ही आ पहुँचे थे अलग सा दिखने अलग कुछ करने को आतुर सभी एक सा हो चले थे मग़र एक सा होना रास ना आया एक नाम से इतनों का जुड़ जाना उसे पसंद ना आया इसलिए पहले उसने अनूप के साथ अग्रवाल को जोड़ा फ़िर धीरे धीरे गुप्ता, कुमार, मिश्रा बन कर हर किसी ने कुछ जोड़ा कुछ घटा दिया अब हर नाम अलग अलग थे अनूप ही नहीं अनुपम भी थे अलग अलग खेमों में बँटकर इंसानों से जुदा एक वर्ग बन गए थे #अनूप #नाम #YQdidi Anuup Kamal Agrawal आपके नाम पर कुछ लिखने की धृष्टता की है। क्षमा कीजियेगा। :)