White देखेंगे कहानी के वो किरदार कब मरेंगे वो जो लोग हम पे मरते वो यार कब मरेंगे इस वास्ते ही जिंदा है हम तो लहू भी पी कर जुल्फों में तेरी हो कर गिरफ्तार कब मरेंगे मरने को लाखों मजनू फरहाद क्यों मरेगा यह बंगला कब मरेगा बता ये कार कब मरेंगे स्याही भी अब कागजों से करने लगी ये बातें सब खबरें मर चुकी पर ये अखबार कब मरेंगे हर रोज कतारों में घंटों ये जनता सोचें मुर्दे जो हैं सरकारी सरकार कब मरेंगे मरते हैं बिकने वाले खरीदार मर रहे हैं ये सिक्के कब मरेंगे ये बाजार कब मरेंगे ©निर्भय चौहान #good_night नीर