खाली खयालों मे रहते है दिन भर, देर हो जाती है अक्सर जिंदगी के जाल उलझे है इस कदर, देर हो जाती है अक्सर शामों-सुबह सिलसिलों का है असर देर हो जाती है अक्सर अरमां के अंबर बिखरे है इधर उधर देर हो जाती है अक्सर दुनियादारी के दर्पण है जन्तर मन्तर देर हो जाती है अक्सर #khayal #der #akshar #ananddadhich #dadhichanand #poet_anand