पूरब मे मृत्यु को न केवल स्वीकार किया जाता है बल्कि उसका स्वागत भी किया जाता है पूरब क़े लिए मृत्यु एक दिव्य अतिथि है ज़ब वह दरवाज़े पर दस्तक देती है तो इसका मतलब होता है ये ब्रह्माण्ड हमारा वापस स्वागत करने क़े लिए तैयार है ©Parasram Arora दिव्य अतिथि