मुस्कान का कोई मोल नहीं होता, आज की डायरी✍️ हर उस शख़्स का वजूद रखो ज़िन्दगी के सुनहरे पन्नों में , ग़म के साये में भी जिन्होने तुम्हें मुस्कराने की वजह दी हो । ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र #muskaan