मुक्तक :- किसी की बात का अब हम बुरा माना नहीं करते । कमी अपनी छुपाकर आज दीवाना नहीं करते । बताओ तुम बताओ ना हमारी खामियां कितनी - खुशी के गीत गाकर दर्द बेगाना नहीं करते ।। ०३/०८/ २०२३ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मुक्तक :- किसी की बात का अब हम बुरा माना नहीं करते । कमी अपनी छुपाकर आज दीवाना नहीं करते । बताओ तुम बताओ ना हमारी खामियां कितनी - खुशी के गीत गाकर दर्द बेगाना नहीं करते ।। ०३/०८/ २०२३ महेन्द्र सिंह प्रखर