प्रेम में तुम्हारे मैं लिखना चाहूँ एक कविता पर शब्द बैठते ही नहीं कागज़ पर उड़ जाते हैं पल भर में जैसे उड़ जाती है कोई तितली कभी - कभी फूल पर बैठने से पहले ही शब्दों का सागर नहीं चाहिए कुछ बूंदें ही पर्याप्त हैं अपनी बात तुम्हें बताने को क्या तुम दे सकते हो कुछ शब्द ताकि मैं बता सकूँ तुम्हें मैं तुम्हारे प्रेम में हूँ या तुम समझ लोगे मेरी बातों को बिना शब्दों के भी .... !!! कुछ यूँ ही 🤗🤗 #प्रेमकविता #प्रेममेंहोना #yqdidi #yqhindi #yqlove #yqpoetry