शाम से बड़ा अनमना है दिल तुमसे मिलने को ठना है दिल । अब तुम भी तो याद मत आओ बड़ी मुश्किल से तो मना है दिल । मुआं मेरी तोह एक नही सुनता तुम्हारे हाथ का झुनझुना है दिल । लाओ अपना हाथ दो तोह जरा तुम्हारे हाथ पे उकेरना है दिल । " नीर " शाम से बड़ा अनमना है दिल तुमसे मिलने को ठना है दिल । अब तुम भी तो याद मत आओ बड़ी मुश्किल से तो मना है दिल । मुआं मेरी तोह एक नही सुनता तुम्हारे हाथ का झुनझुना है दिल ।