ये रातें सुनसान लगती है महफिलें विरान सी लगती है! लगती थी जो बेहद खास वो मुस्कानें श्मशान लगती है! ये रातें सुनसान लगती है महफिलें विरान सी लगती है! लगती थी जो बेहद खास वो मुस्कानें श्मशान लगती है!