चुन-चुन कर दाने लायी थी परियों की कहानी सुनाई थी सब बच्चे मेरे सोये थे गहरे सपनों में खोये थे मम्मी ने उनको स्वप्न दिए मानो जैसे कुछ मंत्र दिए कल सुबह-सुबह उन्हें खड़ा किया छत के परकोटे चढ़ा दिया ऊंचे गगन के एक छोर पर ले जाकर उन्हें गिरा दिया नीचे का उल्टा देख दृश्य विस्मृत सा चेहरा बना लिया मानो जैसे कोई काल खड़ा हर लेने को है प्राण खड़ा मां तुमने ऐसा कैसे किया ममता पर कैसे चोट किया टूटा भ्रम उसने खोल पंख माँ ने भरा उसे अपने अंक आंखों से आंसू गिरे बहुत पर उड़ना उसको सीखा दिया ©Sanu Pandey #Sanu #Nojoto #Love #Motivation