Person's Hands Sun Love आप आकर मिले दीवाने को । साथ में ज़िन्दगी बिताने को ।।१ सात फेरों सें जब बना बंधन । चल पड़े साथ हम निभाने को ।।२ आप आये यही बहुत होगा । चाहिए क्या गरीब खाने को ।।३ रूठ जाओ अगर कभी दिलबर । जान हाजिर तुम्हें मनाने को ।।४ दो बदन एक रूह हम दोनों । चाहते एक अब हो जाने को ।।५ एक मासूक ही नही यारों । और भी लोग है भुलाने को ।।६ प्रेम से बात कर प्रखर सबसे । आज रिश्ते नये बनाने को ।।७ ११/०२/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR आप आकर मिले दीवाने को । साथ में ज़िन्दगी बिताने को ।।१ सात फेरों सें जब बना बंधन । चल पड़े साथ हम निभाने को ।।२