Nojoto: Largest Storytelling Platform

अल्फाज़े-कलम खूबसूरत थे यार भावों को देख बेवजह भाव

अल्फाज़े-कलम खूबसूरत थे यार
भावों को देख बेवजह भाव खाया
वों कागज़ इतराकर भरें बाजार में..

पहले प्यार का कैसा हसीं एहसास है
अक्सर..देखा मैंने बिक जाती स्याही
कागज़ से बेवफ़ाई कर के नादानी में..

बस! मैंने स्याही को दरकिनार किया
और..हसीं एहसासों में भर दिया लहू
सम्भालना इसको दिल है मेरा खत में..

महकती सांसे और ख्यालों में खोया हूँ
सच कहा दुनिया ने यें इश्क सजा भी है
पढ़कर तुम भी हाले-दिल लिखना खत में..

©Anil Ray
  #loveletter 💌
anilray3605

Anil Ray

Bronze Star
Growing Creator