तेरी बाहों में जन्नत मेरी, भर ले मुझे अपनी आगोश में। इतना प्यार कर मुझे साथिया, आऊँ ना मैं फिर होश में। जीवन गुज़रे संग अब तेरे, मैं तो रहती हूँ इसी सोच में। इतना प्यार कर मुझे साथिया, आऊँ ना मैं फिर होश में। लबों को मेरे है तेरी ही चाहत, होश है खोया इस जोश में। इतना प्यार कर मुझे साथिया, आऊँ ना मैं फिर होश में। तुझको अपना चाँद बना लूँ और देखा करूँ तुझे रोज मैं। इतना प्यार कर मुझे साथिया, आऊँ ना मैं फिर होश में। सुप्रभात, आप सभी लोगों को पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।💐🌼💐 आज का हमारा विषय बहुत ही ख़ूबसूरत तथा रोमांटिक है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। यहीं नहीं बल्कि दो चयनित लेखकों को टेस्टीमोनियल समन्यतः दिया ही जाता है किन्तु इस प्रतियोगिता में मिलने वाला टेस्टीमोनियल भी प्रकृति के रंगों में रंगा होगा।💐💐