उस अनजान रास्ते पर तुम चले भी थे मिले नये रास्ते तुम अजनबी से भी थे हुआ हर मोड पर शामिल नया किस्सा तुमने लेकिन दोस्त पुराने खोए भी थे टुटा था झुठ की ज़मीन पर हर रिश्ता परखने के विशाल कभी ज़माने भी थे Vishalkumar Vishal ©Vishalkumar "Vishal" #PARINDE Sam'aat farmaiye Irfan Saeed Writer