मां की गोद ना ही आंगन में खेली थी जो , गर्भ में तो अबतक आंखे भी ना खोली थी वो , मार दिया या मरवा दिया उसे अपनों ने ही , अभी तक तो दुनियाँ भी ना देखी थी जो , निर्मम हत्या जिसकी हुई थी 'बेटी' थी वो , कशूर सिर्फ़ इतना कि 'बेटा' नहीं 'बेटी' थी वो !! 😟😢🙏 भ्रूण हत्या बन्द हो🙏😢 हमसब को इसके लिए आगे आना होगा बस बेटी बचाओ के नारों से नहीं इसे हक़ीक़त की जमीं पर उतरना होगा 🙏🙏🙂 मां की गोद ना ही आंगन में खेली थी जो , गर्भ में तो अबतक आंखे भी ना खोली थी वो , मार दिया या मरवा दिया उसे अपनों ने ही ,