BRAND_NEW तेरी यादों की गोद में सर रखकर, मैं ख्वावों में तुझसे मिलता रहा सहर के इंतजार में मैं रातभर जगता रहा टूट ना जाये बन्धन हमारी यादों का, छूट ना जाये कोई पल मीठी मीठी बातों का इसलिय जुदा होकर भी तुझे प्यार करता रहा ©सुशांत 'निश्चिंत' #goldenmemories