कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ,
मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ !
तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई,
तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ !
तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया,
तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ ! #together#शायरी