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कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ, मैं तेर

कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ,
मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ !

तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई,
तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ !

तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया,
तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ !

क़यामत आने तक मैं तुझे यूँ ही बेपनाह चाहती रहूंगी,
यक़ीन करना मुझपे सनम मैं तुझे दिलोंजान से चाहती हूँ !

दुःख तुझे छू भी न सकी सनम मुस्कान' इतना चाहती है,
मैं अपना हर जन्म तेरी मोहब्बत पे कुर्बान करती हूँ !
dimpal🥀

©Muskan Singh कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ,
मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ !

तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई,
तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ !

तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया,
तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ !
कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ,
मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ !

तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई,
तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ !

तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया,
तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ !

क़यामत आने तक मैं तुझे यूँ ही बेपनाह चाहती रहूंगी,
यक़ीन करना मुझपे सनम मैं तुझे दिलोंजान से चाहती हूँ !

दुःख तुझे छू भी न सकी सनम मुस्कान' इतना चाहती है,
मैं अपना हर जन्म तेरी मोहब्बत पे कुर्बान करती हूँ !
dimpal🥀

©Muskan Singh कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ,
मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ !

तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई,
तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ !

तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया,
तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ !
muskansingh5151

Muskan Singh

New Creator

कहने की बात नहीं लेकिन फ़िर भी आज कहती हूँ, मैं तेरी खूबसूरती पे नहीं सनम तेरी सादगी पे मरती हूँ ! तुझसे मिलकर यूँ लगा जैसे ख़ुद से मुलाक़ात हो गई, तुझपे यक़ीन है फ़िर भी मैं हरपल तुझे खोने से डरती हूँ ! तेरे जितना कोई नहीं दिल के करीब तू रूह में समा गया, तुझसे मिल सकी इसके लिए ख़ुदा का शुक्रिया करती हूँ ! #together #शायरी