कुछ लोग मेरे शब्दों से मेरे अंदर देखना चाहते है बड़े डरपोक किस्म के लोग है किनारे पर बैठ कर समंदर देखना चाहते हैं मैं किस हद में नजरों से गिर गया किसी के बिना किसी बात ये लोग मंजर देखना चाहते है यदि गहराई देखनी है तो नीचे भी उतर आओ ये लोग बैठ किनारे समंदर देखना चाहते है...... ©कुमार दीपेन्द्र #ThinkingBack #Feel #