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झरोखों से झांकते हुए वो गुजरे लम्हें जो आज भी उस क

झरोखों से झांकते हुए वो गुजरे लम्हें जो आज भी उस कदर ही तुम्हारी राह निहारा करते है ,

आहट जो कभी किन्हीं कदमों की सुनाई पड़ जाये उनको तब खुद अपने जहन मे वो तुम्हारा नाम पुकारा करते है

एकदम तन्हा बसर करते हैं वहां वो, कोई रफीक नहीं मौजूद है उनका

मुमकिन हो गर तो लौट जाओ वहां उनके हालात -ए -जिंदगी से रुबरु होने के खातिर, झरोखों से झांकते वो लम्हें तुम्हारी गैरमौजूदगी मे किस कदर जिंदगी गुजारा करते हैं।

सुना है अब आफताब की वो शुआएं कि जिनकी रोशनी से उन झरोखों की जिंदगी नूर हुआ करती थी 

उन्होंने भी उनकी जिंदगी मे दस्तक देना छोड़ दिया है 

अंधेरे मे वहां अब फकत वो हैं और उनकी उम्मीदें हैं जो उनका रफीक बन उन्हें कुछ एक पल की तसल्ली दे जाती हैं

वरना महज तुम्हें अपना मखसूस बनाने की चाह मे कायनात के हर एक जर्रे ने भी उनसे रिश्ता तोड़ दिया है।

वो अब हर लम्हा बस एक ही ख्वाहिश दिल मे सजाए रखते है 

पलकों को अपनी तुम्हारी कदमों की  आहट की निगरानी मे लगाए रखते है 

बीते वक्त मे जो कुछ भी था वो बेहतरी से निभाया उन्होंने साथ मिलकर उस एक शख्स के 

मगर अब वो शख्स और वो झरोखे तुम्हें मुसलसल याद कर आज इस बदलते वक्त मे रस्में जुदाई निभाया करते हैं।

जितना है जो भी है वो फिर भी मुतमइन है खुद मे ,अपने आप को वो फिर भी खुशनसीब बताया करते हैं 

नहीं मयस्सर होता लोगों को गुजरे वक्त का फसाना एक भी वो झरोखों से मुंतज़िर हो तुम्हारी चाह मे खुद की नजरों को खुशकिस्मत बताया करते हैं।।

💞 #NojotoQuote #seasonoflove
झरोखों से झांकते हुए वो गुजरे लम्हें जो आज भी उस कदर ही तुम्हारी राह निहारा करते है ,

आहट जो कभी किन्हीं कदमों की सुनाई पड़ जाये उनको तब खुद अपने जहन मे वो तुम्हारा नाम पुकारा करते है

एकदम तन्हा बसर करते हैं वहां वो, कोई रफीक नहीं मौजूद है उनका

मुमकिन हो गर तो लौट जाओ वहां उनके हालात -ए -जिंदगी से रुबरु होने के खातिर, झरोखों से झांकते वो लम्हें तुम्हारी गैरमौजूदगी मे किस कदर जिंदगी गुजारा करते हैं।

सुना है अब आफताब की वो शुआएं कि जिनकी रोशनी से उन झरोखों की जिंदगी नूर हुआ करती थी 

उन्होंने भी उनकी जिंदगी मे दस्तक देना छोड़ दिया है 

अंधेरे मे वहां अब फकत वो हैं और उनकी उम्मीदें हैं जो उनका रफीक बन उन्हें कुछ एक पल की तसल्ली दे जाती हैं

वरना महज तुम्हें अपना मखसूस बनाने की चाह मे कायनात के हर एक जर्रे ने भी उनसे रिश्ता तोड़ दिया है।

वो अब हर लम्हा बस एक ही ख्वाहिश दिल मे सजाए रखते है 

पलकों को अपनी तुम्हारी कदमों की  आहट की निगरानी मे लगाए रखते है 

बीते वक्त मे जो कुछ भी था वो बेहतरी से निभाया उन्होंने साथ मिलकर उस एक शख्स के 

मगर अब वो शख्स और वो झरोखे तुम्हें मुसलसल याद कर आज इस बदलते वक्त मे रस्में जुदाई निभाया करते हैं।

जितना है जो भी है वो फिर भी मुतमइन है खुद मे ,अपने आप को वो फिर भी खुशनसीब बताया करते हैं 

नहीं मयस्सर होता लोगों को गुजरे वक्त का फसाना एक भी वो झरोखों से मुंतज़िर हो तुम्हारी चाह मे खुद की नजरों को खुशकिस्मत बताया करते हैं।।

💞 #NojotoQuote #seasonoflove