White प्रेम की प्रतीक्षा में जीवन बहा जाता है, हर सांस तेरे मिलने की आस लगाए जाता है। समर्पण की सीमा पर दिल ठहर सा गया, तेरी राह तकते-तकते वक्त भी थम गया। चांदनी रातों में तेरी यादें सहलाती हैं, तारे भी मानो तेरा पता बताती हैं। प्रेम कोई बंधन नहीं, ये तो आत्मा का गीत है, समर्पण की गहराई में छुपा तेरा ही मीत है। प्रतीक्षा के हर पल में एक सुकून है, तेरे बिना भी, तेरा होना ही जुनून है। प्रेम में खोकर पाया है खुद को मैंने, समर्पण ने सिखाया, तू ही है मुझमें। ©"सीमा"अमन सिंह #banarasi_Chhora