गुलाब के नीचे कभी हमने काटे नहीं देखे इसीलिए लहू से सना मेरा हाथ है प्यार तुमसे बेतहान करते है इसीलिए ये भवरा तेरे साथ है मै तो आवारा उड़ता फिर रहा था, फिर तुम मिले इस कदर ये भी किस्मत की बात है