Nojoto: Largest Storytelling Platform

हे शिव शंकर बाबा भोलेनाथ खोल तीसरा नेत्र भस्म कर द

हे शिव शंकर बाबा भोलेनाथ
खोल तीसरा नेत्र भस्म कर दे 
जो उपजा है मेरे अंदर पाप
निरंकुश हो गया हूँ मै मानव
मुझको अपनी जटा से बांध
मेरे अंदर भरा है विष विकार
सर्प की भांति मुझको भी तू
अपने कंठ मे डाल कर दे शांत
कुण्डल कमण्डल धारण करने वाले
हे बाबा मुझको भी तू संभाल
समाधि मे तल्लीन हे मेरे बाबा
बालक की अपने सुन करुण पुकार......


#अंजान..... #शिव_शंकर....
#हिंदी_कविता
#अंजान....
#nojoto
हे शिव शंकर बाबा भोलेनाथ
खोल तीसरा नेत्र भस्म कर दे 
जो उपजा है मेरे अंदर पाप
निरंकुश हो गया हूँ मै मानव
मुझको अपनी जटा से बांध
मेरे अंदर भरा है विष विकार
सर्प की भांति मुझको भी तू
अपने कंठ मे डाल कर दे शांत
कुण्डल कमण्डल धारण करने वाले
हे बाबा मुझको भी तू संभाल
समाधि मे तल्लीन हे मेरे बाबा
बालक की अपने सुन करुण पुकार......


#अंजान..... #शिव_शंकर....
#हिंदी_कविता
#अंजान....
#nojoto